Friday, March 28, 2014

आओ अपना देश बचाएं ...

आओ अपना देश बचाएं 
इनको तो कई बार जिताया 
आओ अब तो खुद को जिताएं 
मिलकर अपनी सरकार बनायें 


मैं  आज अपने पाठकों को इस पोस्ट के द्वारा बताना चाहता हूँ कि मैं आम आदमी पार्टी का समर्थन क्यों कर रहा हूँ. मुझे पता नहीं कितने लोग पढ़ने के बाद मुझसे सहमत होंगे, कितने विरुद्ध में खड़े होंगे। 

मैं आप सब को बताना चाहता हूँ कि मैंने आज तक हमेशा बीजेपी का समर्थन किया है।  २०१४ के चुनाव में बीजेपी को जिताने के लिए मैंने स्वयं २०-२५ बीजेपी के दिग्गज और शीर्ष नेताओं को लिखा था कि अगर आप कांग्रेस  को हराना चाहते हैं तो आप शीघ्र ही नरेंद्र मोदी का नाम पीएम पद के लिए घोषित करें।  ये मैंने तब लिखा था जब मेरे सामने एक स्वच्छ विकल्प नहीं था।

अरविन्द केजरीवाल जी ने जब अगस्त क्रांति के बाद राजनितिक पार्टी बनाने की घोषणा की तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा,  तुरंत मेरे विचार बदल गए क्योंकि अरविन्द देश को बदलने के लिए पहले ही क्रांति कर चुके हैं, इस देश को बदलने के लिए अपने विचारों से अवगत करा चुके हैं ।

मुझे अरविन्द में एक राष्ट्रीय क्रन्तिकारी महानायक की पूरी क्षमता, निष्ठा, योग्यता और नेक नियत साफ़ दिखाई देती है। ये उन लोगों में से नहीं हैं जो जयप्रकाश जी की क्रांति के समय सिपाही बनकर आये और सत्ता मिलते ही देश को लूटने-हड़पने और डकारने में लग गए। अपना मुख्यमंत्रीपद और कैबिनेट का जनलोकपाल के लिए बलिदान देकर अरविन्द पहले ही साबित कर चुके हैं कि वह किस मिटटी के बने हैं। उन्होंने देश को बता दिया की उन्हें सत्ता का कभी न मोह था न रहेगा।  

मैं अरविन्द की क्षमता, नियत और योग्यता और विचारों से पूर्ण रूप से सहमत हूँ।

मैं अरविन्द की तरह वंशवाद और परिवारवाद की राजनीती में विश्वास नहीं रखता क्योंकि राजनीती में केवल चुनिंदा लोगों को ही नहीं, सभी योग्य व्यक्तियों को स्थान मिलना चाहिए।

मैं किसी नेता की राजनैतिक पार्टी के साथ नहीं बल्कि एक आम आदमी की सच्चाई के साथ खड़ा हूँ जिसने राजनीती को अपना कैरियर बनाने के लिए नहीं चुना बल्कि इस देश की गन्दी राजनीती और देश को नयी दिशा देने के लिए चुना है।

मैं समझता हूँ कि अरविन्द की राजनितिक आदर्श विचारधारा, सिद्धान्त और नीतियां इस देश के भ्रष्टाचार रुपी पिशाच को सदा के लिए नष्ट कर सकती हैं।

देश को सुचारु रूप से चलाने के लिए, शिक्षा, स्वस्थ विचार, स्वस्थ मष्तिष्क, स्वस्थ शरीर, योग्यता और निष्ठां की आवश्यकता होती है जो मुझे आम आदमी पार्टी के सदस्यों में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। जिस छल कपट से अब तक इन नेताओं ने ६६ सालों से भ्रष्टाचार, महंगाई, काला धन, एक घोटाले के बाद दूसरा घोटाला, दंगे, जातिवाद, भाषावाद, से सींचकर देश में जो अति की है, इसकी दुर्गति की है मैं इन्हें अच्छी तरह समझ चुका हूँ कि अब देश कौन बेहतर चला सकता है।

मेरा विश्वास है कि एक देश की स्थिति परिस्थिति बदलने के लिए देश के नेताओं को बदलना पड़ता है जिसके लिए इस क्रांति में उन भारतियों के साथ कम से कम मैं भी पूरी तरह तैयार हूँ जो इस देश की गन्दी राजनीती का स्वरुप बदलना चाहते हैं।

मैं हँसता हूँ अक्सर जब कुछ कमअक्ल कहते हैं कि अरविन्द को मीडिया ने अरविन्द बनाया और आज अरविन्द मीडिया की बुराई कर रहा है। मीडिया बड़ी बड़ी शक्तियों के हाथों बिकता है जो अक्सर समाचारों में छपता रहता है।  सच तो यह है दोस्तों अरविन्द को उसके ऊँचे विचारों ने उसे आकाश पर पहुँचाया है। अगर मीडिया में इतनी ही शक्ति है तो देश के जो भ्रष्ट मंत्रीगण हैं उन्हें ऊंचाइयों पर ले जाकर दिखाएँ तो इसकी शक्ति का लोहा मानूं …


जब 'आप' को  विदेशी भारतियों का समर्थन मिल रहा है तो देश में रहकर मैं क्यों न करूँ।

इस बार २०१४ के चुनाव को क्रन्तिकारी चुनाव बनाने में योगदान दें।

अरविन्द की इस जनक्रांति को सफल बनाने के लिए मतदान दें

अब  की  बार  कोई  नहीं  यार, अब  की  बार  अपनी  सरकार
सबको तो आज़मा चुके हम, अबकी बार आम आदमी की सरकार 

आओ अपनी सरकार बनाएँ, कौन है नाली का कीड़ा इन्हे बताएं

No comments: